ابھی ضمیر میں تھوڑی سی جان باقی ہے
ابھی ہمارا کوئی امتحان باقی ہے
ہمارے گھر کو تو اجڑے ہوئے زمانہ ہوا
مگر سنا ہے ابھی وہ مکان باقی ہے
ہماری ان سے جو تھی گفتگو وہ ختم ہوئی
مگر سکوت سا کچھ درمیان باقی ہے
ہمارے ذہن کی بستی میں آگ ایسی لگی
کہ جو تھا خاک ہوا اک دکان باقی ہے
وہ زخم بھر گیا عرصہ ہوا مگر اب تک
ذرا سا درد ذرا سا نشان باقی ہے
ذرا سی بات جو پھیلی تو داستان بنی
وہ بات ختم ہوئی داستان باقی ہے
اب آیا تیر چلانے کا فن تو کیا آیا
ہمارے ہاتھ میں خالی کمان باقی ہے
جاوید اختر
अभी ज़मीर में थोड़ी सी जान बाक़ी है
अभी हमारा कोई इम्तिहान बाक़ी है
हमारे घर को तो उजड़े हुए ज़माना हुआ
मगर सुना है अभी वो मकान बाक़ी है
हमारी उन से जो थी गुफ़्तुगू वो ख़त्म हुई
मगर सुकूत सा कुछ दरमियान बाक़ी है
हमारे ज़ेहन की बस्ती में आग ऐसी लगी
कि जो था ख़ाक हुआ इक दुकान बाक़ी है
वो ज़ख़्म भर गया अर्सा हुआ मगर अब तक
ज़रा सा दर्द ज़रा सा निशान बाक़ी है
ज़रा सी बात जो फैली तो दास्तान बनी
वो बात ख़त्म हुई दास्तान बाक़ी है
अब आया तीर चलाने का फ़न तो क्या आया
हमारे हाथ में ख़ाली कमान बाक़ी है
Javed Akhtar
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3 Comments:
واہ واہ واہ👏👏👏
Wah kya baat hai
Wahhh wahh
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